सद्दाम आलम, पे० अली अहमद
इनाम की राशि: 200000 रु
श्री विनय कुमार
पुलिस महानिदेशक, बिहार
श्री निलेश कुमार
डी॰आई॰जी॰, सारण रेंज
श्री अवधेश दीक्षित
पुलिस अधीक्षक, गोपालगंज
यदि आप पुलिस मित्र बनना चाहते हैं, तो आप हमें किसी भी घटना के बारे में जानकारी देने के लिए तैयार हैं। हम आपकी पहचान को गुप्त रखेंगे और आपकी सुरक्षा की पूरी गारंटी देंगे। आपके सहयोग से हम अपने समुदाय की सुरक्षा में मदद कर सकते हैं और अपने नगरीय जीवन को सुरक्षित बना सकते हैं। हम आपके साथ हैं, इसलिए किसी भी समय हमसे संपर्क करें और हमारे साथ मिलकर अपने समुदाय की सुरक्षा में योगदान करें।
क्या आप गोपालगंज के नागरिक हैं और विदेश/सशस्त्र बल में काम कर रहे हैं? अगर गोपालगंज में आपका परिवार चुनौतियों या समस्याओं का सामना कर रहा है, तो आप सहायता के लिए गोपालगंज पुलिस को शिकायत दर्ज करा सकते हैं। हम आपके प्रियजनों की मदद करने के लिए यहाँ हैं।
वेबसाइट पर पंजीकरण करना आवश्यक है
दर्ज करेंज़िला के टॉप कुख्यात फ़रार अपराधीयों की गिरफ़्तारी हेतु रिवार्ड घोसित किया गया है। इन अपराधियों के सम्बंध में सूचना देने वाले अथवा गिरफ़्तारी में सहयोग करने वाले व्यक्ति/पुलिस मित्र/पुलिस कर्मी की व्यक्तिगत सूचना गुप्त रखते हुए पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।
अगली पीढ़ी की स्मार्ट पुलिस
बिहार पुलिस विभाग भारत के बिहार राज्य की कानून प्रवर्तन एजेंसी है, जो 3000 वर्ष से भी अधिक पुरानी मगध साम्राज्य द्वारा अपनाई गई पुलिसिंग प्रथाओं के साथ आधुनिकता का समावेशन करते हुए सुरक्षित ,स्वस्थ व समृद्ध समाज के निर्माण में अहम भूमिका अदा कर रही हैं। गोपालगंज पुलिस ,बिहार पुलिस विभाग का अभिन्न अंग के तौर पर उपरोक्त लक्ष्यों को हासिल करने हेतु सतत प्रयत्नशील है। गोपालगंज, जो 1875 तक केवल एक छोटा सा गांव था, गोपालगंज 1875 ईस्वी को सारण जिला का अनुमण्डल बना। सन् 2 अक्टूबर 1973 ईस्वी को गोपालगंज, स्वतंत्र भारत के बिहार राज्य का एक प्रशासनिक जिला बना, जो सारण क्षेत्र का एक हिस्सा है एवं गोपालगंज शहर, गोपालगंज जिला का मुख्यालय है। वर्तमान में गोपालगंज जिला में 20 पुलिस थाना एवं 2 ओ0 पी0 है। गोपालगंज पुलिस मुख्यतः सार्वजनिक सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने, जीवन व संपति की रक्षा करनेे ,सभी प्रासंगिक संहिताओं अघ्यादेशों कानूूनों और विनियमों को लागू करने , अपराध रोकथाम व नियंत्रण करने, अनुसंधान व आसूचना संकलन करने ,आपातकालिन परिस्थितियों में सहायता प्रदान करने ,शांति व सदभाव स्थापित करना, चरमपंथी-आतंकवादी व अन्य संबंधित आपराधिक गतिविधियों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।